"नेता की चाह" सियासत के किसी दलदल में अपने कर कमल डालें कमल सी छवि उड़े जिस पल तो झटपट दल बदल डालें अकारण उठती हैं जो अंगुलियां अपनी शराफत पर चलो कुछ दे दिलाकर आज उनका रुख बदल डालें नेता की चाह #राजनीति #politics today #humour