हिंदी का ज्ञान अनन्त था इनका, जो जितना लूट सका उस पर उतना लुटाया था, आज लिख रहा हूँ मैं हिंदी को, आज पूज रहा हूँ मैं हिंदी को, मुझे हिंदी का भक्त इन्होंने ही बनाया था..!! #कहां गये गुरूवर आप हमें छोड़कर..... सैकडो़ विद्यालय ,लाखों विद्यार्थी सदैव आपको याद रखेंगे... 🙏🙏🙏🙏🙏😭😭 🙏🙏🙏😭😭