पुछ लेेते हैं उसका हाल अब हवाओ से अब दिल को उसकी दिवार से टकराने से ड़रते हैं जी तो रहे हैं जमाने में हँस हँस के पर रातो में घूट घूट के मरते हैं #मेरीडायकीकेकुछपन्ने #yq #sanjaychampapur #life #sad अपना तो हाल उस खुशी जैसा हैं यारो कही चमकता है, मोती बनकर आँसू जैसे