किताबों की दुनिया में बसेरा हमारा, वो सूरज हमारा हम हैं चांद तारा। रोशनी से उसके चमके जग सारा, मंदिर हो, मस्ज़िद हो, हो चाहे गुरुद्वारा। ये न्याय दिलाता जिसे कहते संविधान, ये सबका आधार जिसे कहते पुराण। इससे रहते जो अंजान वो करते घमासान, इंसानियत न होती उनमें न ये होते इंसान। सुप्रभात। किताबों की दुनिया ये नए नए ख़्वाबों की दुनिया। #किताबोंकीदुनिया #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi