अगर मुझको ज़मीं होना पड़ेगा। जहाँ तुम हो वहीं होना पड़ेगा। ये शायर काम पर लग जायेंगे,, फ़िर तुमको कम हसीं होना पड़ेगा। # shahbaz mehtar # ©Azeem Khan #Walk # shahbaz mehtar poetry # कवि राहुल पाल sabhi pyaron ki नज़र