जिस दिन हम किसी की रोने की वजह बन जाते हैं उस दिन से उपरवाला हम पर लानतें(बद्दुआ) भेजने लगता है। जिस इंसान पर उपरवाला खुद लानतें(बद्दुआ) भेजे उस इंसान से बेकार, गिरा हुआ और घटिया इंसान कोई नहीं होता इस धरती पर। kartik