आंधी वो आंधी बनकर आया ,जीवन में सब कुछ उजाड़ कर चला गया मैं वही ठहर कर,उसे एक नजर से देखती रह गई बची हुई टुटी-फुटी चीज को मैं ,जोड़ती रह गई #आंधी