इस झंडे को लहराया है मिट्टी में खुद को मिलाया है। इस भारत देश की शान को वीर सपूतों ने बनाया है । छोड़ गए घर अपने मिटा गए सिंदूर सुहागन का। अंतिम सांसे भी जपते रहे भारत देश के नाम की। छोड़ गए वो मा की गोदी छोड़ गए घर का आराम। मान लिया इस देश को अपना दे दी कुर्बानी इसके नाम ।पाकिस्तानी से लड़ गए लोहा बारूद बन उड़ गए ।। पर थके नहीं मिलने तक जीत और कारगिल पर तिरंगा लहरा गए। अन्तिम सासो में भी खुद को तिरंगे में लिपटा गए। ये भारत के वीर सपूत हमको जिंदगी से खेलना सीखा गए। 😊कविता फुलार😊 # कारगिल दिवस # salute to all soldiers