दिल तू ऐसे धङक --------------------------------------- दिल तू ऐसे धङक मौत आने तक, गूँज साँसों की पहुँचे जमाने तक, पंकज रो-रो के जीना दिलेरी नहीं , बिन फ़जीहत पहुंचा दे ठिकाने तक। पुष्पेन्द्र "पंकज " ©Pushpendra Pankaj दिल तू ऐसे धङक