चलो, आज फिर से नई शुरुआत करते है, जब पहली बार मिले थे, फिर वही बात करते है। फिर बन जाते है अनजान, एक दूसरे को गुमनाम करते है। चलो, फिर वो पहली सी मुलाकात करते है..... फिर एक बार कोशिश करते है नाम जानने की, फिर से एक दूसरे को टटोलते है। पहली बार जो हाथ मिलाया था, फिर से वो हाथ जोड़ते है। दोहराते है वो हँसी मज़ाक, वो पहली सी मुलाकात की कुछ अपनी सी बात। चलो फिर से तुमको अपना बनाते है..... आज फिर से नई शुरुआत करते है। पहली नज़र का वो अधुरापन अपनाते है, जानने की ख्वाहिश में फिर नज़रे मिलाते है नई सी गलतियों की माफी देते है, कुछ आंसू तुम्हारे उधार लेते है... चलो फिर से दोस्ती का पहला कदम उठाते है तुम्हारे साथ राहो को आसान बनाते है... चलो आज फिर से नई शुरुआत करते है। Shuruaat #nojoto#hindipoem