आधा भुला चुका हूँ!!.. आधा मेरी शराब भुला देगी.. और सुंदर नगर वालों की क्या है औकात.. JAÑAB. (²) जब मेरी कलम चलेगी ना. तब उनकी क्या है औकात. ये भी याद दिला दूंगा... Tu bhi toyega mahi tu bhi toyega