फिर से दिल लगाने को डरता नहीं हूं मैं..... डर तो इस बात का है कि कहीं दिल के टुकड़े चुभ ना जाएं.... गले लगा भी लूं शायद में फिर एक बार डर तो इस बात का है कि बचे हुए दिल के टुकड़ों को भी कोई निकाल ना ले जाए -love season #ड़र