आवाज दे रहा हूँ सुन ले पुकार मेरी। तू फूल है चमन का तू है बहार मेरी। क्या हाल हो गया है कोई नहीं सँभाले- मैं तो बिगड़ गया हूँ आदत सुधार मेरी। #मुक्तक #आदत_सुधार_मेरी #विश्वासी 221 2122 221 2122