गजब की इस धरातल पर बनी हालात है साथी , कहीं बंजर पड़ी धरती कहीं बरसात है साथी , कभी घनघोर घन -गर्जन चमकती बिजलियाँ नभ में , बड़ी ही खूबसूरत आज की ये रात है साथी ! अशांत (पटना )