माँ कहती हैं मेरी माँ कहती है- तेरी खुशियों में ही है खुशी मेरी तुझमें देखती हूँ बचपना खुद की फर्क बस इतना है, तु बेबाक बिन्दास बोलती है मैं खामोश भी डर से रहती थी | तु जीती है खुद के स्वाभिमान के लिए, मैंने सहे है अपमान रिश्तों का मान रखने के लिए, तु साथ लिए चलती है सबको अपनी चंचलता से मैंने तो सारी जिन्दगी रिश्तों के लिए जिया पर सबने मेरा अनादर किया| मेरी माँ कहती हैं - वो एक इतिहास सी है, जिसकी ख्वाहिशें राज रही, मैं आज हूँ उनकी जिसे अधुरे ख्वाब पुरे करने की आस है ..... ऋचा शर्मा #Morning #ma #mai #Ma❤ #Hindi