#DelhiPollution इंसान भी कितना विचित्र है, जो बोआ वही काट रहा इस बात से क्यों विमुख है। जिस शहर को बदलता और बिगड़ता देख कर व्यथित हो रहे हैं जन ,उसकी इस बदहाली के बराबर भागीदार हैं सभी जन। delhi pollution