भावनाओं की लेखनी को मन पर उतारा। कोरा कागज न था ये पर उसे इन्द्रधनुष सा सतरंगी बनाया। तुम्हारा साथ जब से है पाया, जीवन-गगन का निराला रुप है पाया ©Alpita MishraSiwan Bihar #nojatohindi #Saathtera #Paas