कशमकश में गुज़र गई निशा, इज़हार ने तेरे चार चाँद लगा दिये, स्वीकार है हर त्योहार अब, चल साथ मिलकर जश्न ए बहार करते हैं।। हो गई है तुमसे मोहब्बत ये इज़हार करते हैं रंगीन हो गई है हमारी दुनिया ये जग जाहिर करते हैं खुदा का शुक्र है मोहब्बत हमारी मुकम्मल हो गई तुमसे मिलकर हमारी दुनिया ईद और दीवाली हो गई Rest Zone #rztask 183 #restzone