इक आह ही काफ़ी थी कुछ दूरी ज़रूरी थी कुछ बेबुनियादी शक़ और भटकाव मन का हाय!इक नज़्म की ख़ातिर हम क्या कुछ कर गये लिखने के लिए दर्द हम ख़रीद लेते हैं अक्सर.. #yqbaba #yqdidi #yqhindi #hindiquotes #pc_pinterest #दर्द #शक़ #नज़्म