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यह इश्क है साहब इसे किसी मज़हब के जंजीरों से ना ब

यह इश्क है साहब 
इसे किसी मज़हब के
जंजीरों से ना बांधो
यह उड़ता परिंदा है
और इसे उड़ता ही
रहने दो!! इसे उड़ते ही रहने दो!!

#nojotohindi
यह इश्क है साहब 
इसे किसी मज़हब के
जंजीरों से ना बांधो
यह उड़ता परिंदा है
और इसे उड़ता ही
रहने दो!! इसे उड़ते ही रहने दो!!

#nojotohindi