"ताकत कलम की.." मैं ही तय करती हूँ, कौन राजा, कौन रंक, मैं ही तय करती हूँ, कौन महान, कौन कलंक, कितना कुछ मैं जानती हूँ, कितना कुछ मैं लिखती हूँ, जब जाहिर करना चाहा, इंसान ने दर्द, मैं दिखती हूँ, पत्तों से कागज़ पर आई, बरसों बाद तरक्की पाई, इस सदी के राज़ उस सदी तक पहुँचाना, वजूद के सबूत को आने वाले कल को बताना, क्या क्या जिम्मेदारी, सच का एक बोझ है, हाथ तय करते है फिर कि मेरी क्या सोच है, जिसने ज्ञान लिखा, उसने एक युग बचाया जिसने अंगारे लिखे, उसने खूब गला दबाया, जिसने इश्क़ लिखा, उसने चूम चूम चलाया, जिसने दर्द लिखा, उसने खूब खूब रुलाया, जिसने अफसाना लिखा, उसने खूब कमाया, जिसने श्लोक लिखा, उसने खुद से मिलाया ।। #powerofpen #hindi #kalam #hindipoetry #history #storymaker