नींद में झकझोरा है। मैंने आज फिर किसी को, गहरी नींद में झकझोरा है। उसके मीठे ख्वाबों को, पूरा होने से पहले ही तोड़ा है।। मेरा दिल हो गया है ऐसा, जैसे कोई बड़ा छिछोरा है। जब से इसकी गरदन को, 'जालिम इश्क' ने मरोड़ा है।। मुश्किल है अब जीना मेरा, मुश्किल मेरा मरना है। हँसना भी मुश्किल है और, मुश्किल आहें भरना है।। रात-रात भर नींद न आती, बिछौने पर यादों का रोड़ा है। मैंने आज फिर किसी को, गहरी नींद में झकझोरा है।। किरणों की कश्ती में बिठाकर, उसे फलक पर छोड़ दिया। रात से उसका ध्यान भटकाकर, रौशन जग में मोड़ दिया।। रौशनी संग ही सदा रहे वो, करता मेरा दिल निहोरा है। मैंने आज फिर किसी को, गहरी नींद में झकझोरा है।। निहोरा = प्रार्थना Towards the light from the darkness. #light #darkness #positive #positivethinking