ये मेरे शहर के मयखाने भी न,, न मैं छोड़ पाता हूँ,,न मुझे छोड़ते हैं ।। तेरे बग़ैर क्या है मेरा यहाँ,, तुझको छोड़कर जाऊ तो जाऊ मैं कहाँ । ये तेरी यादों की झलकियों भी न,, न मैं तोड़ पाता हूँ,, न मुझे तोड़ती हैं ।। कहानी अधूरी न रह जाये अपने इश्क़ की,, इस मोहोब्बत को देखे ये सारा जहाँ ।। ये तेरे सपनों की परछाईया भी न,, न मैं सो पाता हूँ,, न मुझे सुला पाती हैं ।। ये मेरे शहर के मयखाने भी न,, न मैं छोड़ पाता हूँ,,न मुझे छोड़ते हैं ।। ये तेरे शहर के मयखाने भी न