भावनाओं के बाजार में जब प्यार के दाम गिरने लगे, तब नफरत को गुरूर आ गया और भाव उसके बढ़ने लगे, लगे हाथ झूठ से समझौता कर आँसू भी बिकने लगे, पाखंड का तराज़ू लिए इंसान इंसानियत को ठगने लगे, भावनाओं के बाजार में जब प्यार के दाम गिरने लगे। #तीन#रूपये#वाले#पेन#से#लिखा#हैं