खुद से उलझना छोड़ दो चलते रहो अकेले खुद तुम साथ पकड़ना छोड़ दो ये बैचेनी ,ये परेशानी होगी कुछ दिन कर तू खुद से उम्मीदें ,तुम आश लगाना छोड़ दो। उड़ चल तू पंख फैला के खुले आसमान में मिलेंगे खतरे बहुत मगर तुम घबराना छोड़ दो।। सुप्रभात। मन से झगड़ना छोड़ दो, बात बात पर इससे लड़ना छोड़ दो... #मनसेझगड़ना #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi