ठोकर न मार मुझे मैं पत्थर नहीं हूँ। हेरत से देख न मुझे मै मंजर नहीं हूँ। तू मेरा इजहार करे मैं इतना महान नहीं हूँ। तेरी नजरो मे मै कुछ नहीं हूँ। मेरी माँ पे पूछ मैं उसके लिए क्या कुछ नहीं हूँ। ©manvendra singh माँ के वरावर कोई नही ०००० #alone