के बनना था अधिकारी अधिकरीक बन गए ! उसकि मोह्ब्बत मे हम सरकारी बन गए !! सरकार भि हमारी थी और सभि नेता भि हमारे थे ! उसके प्यार और खरचों से हम भिखारी बन् गए !! ©Ravi Kushwaha Re uploading #BookLife