दिल को सुकून मिलता है मुझे यहां आकर अक्सर मैं खुद से बातें करता हूं यहां आकर दिल की तनहाइयों को भरता हूं मैं यहां आकर अपने मन को समझाता हूं मैं यहां आकर दुनिया की हर बात अपने दिल को बताता हूं मैं यहां आकर लोग कहते हैं अक्सर मुझे कि पागल है हर रोज यहां आ जाता है लेकिन उन्हें कैसे मैं समझाऊं कि दुनिया की सैर कर आता हूं मैं यहां इस एकांत जगह पर आकर by vidhi kajla dil ko sukoon milta hai #lostinthoughts