देखो नेताजी आ रहे है, किसी बारात से क्या कम है उनकी सवारी, अजी महिमा है अती भारी चाहे चार कदम ही हो घर से दफ्तर की राह, पर ठहर गया है वक्त, ठहर गई है राहें । अजी नेताजी आ रहे है, बाकी आप भी समझदार है, चाहे कोई बच्चा भूख से बिलख रहा हो,या कोई बिमारी से तड़प रहा हो, अजी समाज के ठेकेदार है वो, ये तो फर्ज़ है जो अदा करना पड़ेगा, कर्ज है प्रिय नेताजी का,जो हम सभी को मिलकर चुकाना पड़ेगा ।। #नेताजी #समाज_के_ठेकेदार #yqdidi #challenge #collabchallenge #वयंग्य #नैतिकताकेठेकेदार