Nojoto: Largest Storytelling Platform

मुस्कुराहट- 1 आज ऑफिस जाते वक़्त जब घर से कार ले

मुस्कुराहट- 1


आज ऑफिस जाते वक़्त जब घर से कार ले कर निकला ही था के कुछ दूर जाते ही कार ख़राब हो गयी। पास के गैराज में जा कर मिस्त्री को दे आया के शाम तक ठीक हो जायगी। सारा दिन ऑफिस के काम में लगा रहा। जब घर को निकला तो साथ में काम करने वाला राहुल भी साथ था। 
हम अपनी पोस्ट और पैसे की बात करते हुए जब गैराज पहुंचे तो वहाँ एक १२ साल का लड़का काम कर रहा था। वही छोटू जो हर दुकान ठेले पर काम करते मिल जाता है बस किसी भी चहरे को ले लीजिये वो भी वैसा ही था। अपने काम में व्यस्त ज़ख़्मी हाथ पर चहरे पर मुस्कराहट लिए जैसे कोई दर्द ही नही उसको। मैं और राहुल 1 घंटे तक वहाँ थे और मेरा ध्यान राहुल की बातों पर कम और उस छोटू पर ज्यादा था। एक तरफ जहां हम अपने बॉस के ज़रा से नाराज़ होने पर परेशान हो जाते है। वही वो अपने मालिक की डांट और गालियाँ सुनते हुए भी हँसता हुआ काम कर रहा था। देख कर मन में एक सवाल आया के आज कल के बच्चो को हो क्या गया है। मालिक डांट रहा है और ये हँस रहा है। फिर वही ज़ख़्मी हाथ नज़र आ जाते तो लगता के बड़ा बहादुर और सहनशील लड़का है।मन इसी उथलपुथल में था के तभी गैराज के मालिक ने आवाज दी “साहब गाडी ठीक हो गयी है एक बार चेक कर लो चला कर।” 
.................... #copyright #merelafzonse मुस्कुराहट पार्ट 1

07/07/2018
मुस्कुराहट- 1


आज ऑफिस जाते वक़्त जब घर से कार ले कर निकला ही था के कुछ दूर जाते ही कार ख़राब हो गयी। पास के गैराज में जा कर मिस्त्री को दे आया के शाम तक ठीक हो जायगी। सारा दिन ऑफिस के काम में लगा रहा। जब घर को निकला तो साथ में काम करने वाला राहुल भी साथ था। 
हम अपनी पोस्ट और पैसे की बात करते हुए जब गैराज पहुंचे तो वहाँ एक १२ साल का लड़का काम कर रहा था। वही छोटू जो हर दुकान ठेले पर काम करते मिल जाता है बस किसी भी चहरे को ले लीजिये वो भी वैसा ही था। अपने काम में व्यस्त ज़ख़्मी हाथ पर चहरे पर मुस्कराहट लिए जैसे कोई दर्द ही नही उसको। मैं और राहुल 1 घंटे तक वहाँ थे और मेरा ध्यान राहुल की बातों पर कम और उस छोटू पर ज्यादा था। एक तरफ जहां हम अपने बॉस के ज़रा से नाराज़ होने पर परेशान हो जाते है। वही वो अपने मालिक की डांट और गालियाँ सुनते हुए भी हँसता हुआ काम कर रहा था। देख कर मन में एक सवाल आया के आज कल के बच्चो को हो क्या गया है। मालिक डांट रहा है और ये हँस रहा है। फिर वही ज़ख़्मी हाथ नज़र आ जाते तो लगता के बड़ा बहादुर और सहनशील लड़का है।मन इसी उथलपुथल में था के तभी गैराज के मालिक ने आवाज दी “साहब गाडी ठीक हो गयी है एक बार चेक कर लो चला कर।” 
.................... #copyright #merelafzonse मुस्कुराहट पार्ट 1

07/07/2018