श्रांत हुआ हूॅं शान्त नहीं छुपने से ख़ुश मत होना फिर नियत तिलिस्म दिखेगा हैरां कल मत होना ©Shiv Narayan Saxena #सुप्रभात सरयू घाट पर सूर्यास्त hindi poetry