ये नगमा तुम्हारी नजर का है ये नगमा तुम्हारी नज़र का है जो मेरे दिल में उतर गया है खुश था में पर अब गम सा है दिल भी हिम सा जम गया है में चाहता था समुद्र बनना पर जमी झील बन गया हूं कहता था सबको प्यार दूंगा ना किसी को नाराज करूंगा पर माँ बापू की नजरों में गिर गया हूं बहन भाई के प्यार को भी खो दिया हूं वर्षों का प्यार पल में भुला ये नगमा तुम्हारी नजर का है ये नगमा तुम्हारी नजर का है