होगें तुम्हारे बहुत चह ने बाले।जब तक तुम्हारे पास रूप का सागर है। मगर इक शख्स ऐसा भी रख लेना , जो तुम्हें चुम ले झुरियों मे भी आकर।।। मेरी चाहत