इश्क़ की किताब जो खोली तेरी यादों का पन्ना सामने था कभी महकता था- जो तेरे मेरे प्यार से वो सूखा गुलाब उदास सा था कितने ख्वाब बुने थे हमने कितना तुम रूठी मुझसे कितना मुस्कुराई तुम उनका हिस्साब लिखा है क्या! #NojotoQuote #किताबें मेरे दिल का आईना