ज्यादा वक्त न जाया करते हूँ कहानी की ओर चलते हैं जैसा कि मैने आप को बोला था कहानी दो किरदारों पे आधारित हैं । वैसे ही जैसे हिंदी पिक्चरों में होता हैं बस ये उतनी फ़िल्मी नहीं हैं, ठंड के दिन थे सुबह के करीब 6:10 का वक़्त हुआँ होगा, एक लड़का जिसने अभी अभी कॉलेज में दाखिला लिया हैं अपने आधे जूते पहने हुए हाथ में मोज़े लिए हुए घर से रेलवे स्टेशन की तरफ भागता हुआँ, अपनी कोचिंग न छूट जाए इस डर से और तेज़ भागता हुआँ ट्रैन पकड़ने की कोशिश करता नज़र आता हैं, वो इस कहानी का पहला महत्वपूर्ण किरदार हैं जिस के आस पास कहानी घूमती हुई नज़र आयेंगे । फ़िल्मी भाषा मे कहे तो ये इस कहानी का हीरो हैं और अगर हीरो हैं तो उसका नाम भी होगा, पर किसी ने क्या खूब कहा "नाम मे क्या रखा हैं ।" पर किरदार हैं तो नामकरण भी जरुरी हैं इसका नाम रख देते हैं ....... ये कारवाँ अगले 3 साल तक यूँही चलता रहा । HR The Untold Story Page No. 2 FB - Apni kalam se HR #HRtheuntoldstroypg02 #yqbaba #yqdidi #hrstory #shayar_hr #harshal