चलो आज करते हैं स्कूल की बात वो बात को जो पुरानी तो है लेकिन अब भी याद आ जाती है तो चेहरे पर मुस्कान आ जाती है बताओ कितना डरते थे अपने प्रधानाध्यापक से हमेशा बचते रहते थे उनके नजरों से हो न जाए गलती कोई और शिकायत न पहुंचे उनके पास ये मन हीं मन प्रार्थना करते थे । चलो आज करते हैं स्कूल की बात वो बात को जो पुरानी तो है लेकिन अब भी याद आ जाती है तो चेहरे पर मुस्कान आ जाती है बताओ कितना भय रहता था गणित वाले सर से फॉर्मूला याद न हो तो हम छिपने की कोशिश करते थे किसी लंबू के पीछे जा कर बैठ जाते थे फिर भी बच नहीं पाते थे और फॉर्मूला नहीं बताने पर पीटे भी जाते थे। चलो आज करते हैं स्कूल की बात वो बात को जो पुरानी तो है लेकिन अब भी याद आ जाती है तो चेहरे पर मुस्कान आ जाती है बताओ कितना आदर था सभी शिक्षकों का अपने हृदय में सब शिक्षकों का सम्मान करते थे आते हुए देखते हीं जा कर अपनी बेंच पर शांत हो कर बैठ जाते थे कक्षा के अंदर प्रवेश करते हीं शिक्षक के सम्मान में खड़े हो जाते थे फिर उनके बैठने के बाद हीं शांति से बैठते थे। चलो आज करते हैं स्कूल की बात वो बात को जो पुरानी तो है लेकिन अब भी याद आ जाती है तो चेहरे पर मुस्कान आ जाती है बताओ कितना मजा आता था जब पीटी शिक्षक आते थे खेल खेलने के बहाने पूरी गार्डन साफ करवाते थे। फिर वही पर पीटी हम सब से करवाते थे चलो आज करते हैं स्कूल की बात वो बात को जो पुरानी तो है लेकिन अब भी याद आ जाती है तो चेहरे पर मुस्कान आ जाती है । ©MUSAFIR ON THE WAY #Teachersday Vineeta