तुम कहते हो, तुम हिन्दू और मैं मुसलमान हूं मैं टोपी पहनता हूं और तुम तिलक लगाते हो तुम कहते हो की हममें कोई समानता नहीं हम कभी हो नहीं सकते एक हां, मै भी मानता हूं कि हम समान नहीं... पर क्या तुमने कभी ये गौर किया है कि तुम अपने रामजी के आरती से पहले अपनी सुबह अझान सुन कर करते हो... मैं जानता हूं..., मैं जानता हूं कि तुम जो फूल रामजी के चरणों पे चढ़ाते हो वो रमज़ान की दुकान से खरीदते हो, तुम्हे पता है मै नमाज़ पढ़ने जाता हूं तो कृष्ण भक्ति गीत सुनते हुए जाता हूं, मेरे घर से मस्जिद के रास्ते पर एक हनुमानजी का मंदिर पड़ता है अपने अल्लाह के दरबार कि देहलीज पर पहुंचने से पहले में उस मंदिर के आगे हाथ जोड़ कर खड़ा हो जाता हूं, दुआ मांगता हूं क्या तुमने कभी ये गौर नहीं किया कि तुम्हारे diwALI में मेरे अली बस्ते है और मेरे RAMzan में तुम्हारे राम क्या तुम अब भी कहते हो हम एक नहीं हैं...??? --- Sajeel Ali #Indianfirst #Harmony