तन्हाय्यो मे अक्सर मदहोशी मे खो जाता हू... जब भी वक्त मिले मै सो जाता हू... आँखे बंद करके, खुद को दुनिया से अलग कर लेता हू... हकीकत से दूर कुछ रुहाने, कुछ सुहाने ख्वाब देख लेता हू... हा जब भी वक्त मिले मै सो जाता हू... #poetry#khwab#neend