हमेशा कागजों में ही क्यों मिलती हो क्यों कलम से ही ताल्लुक रखती हो कभी कागजों से तो बाहर आओ मेरे दिल के अरमानों को सजाओ क्यों हमेशा साही के रंग में मिलती हो क्यों हमेशा कागज में खेलती हो कभी हमसे भी मिलने आओ हमारे भी ख्वाब सजाओ #कविता हमेशा#Nojoto आस