धरती से सुगंधता, वायु से विरलता, हवा से तरलता, नयनों से निष्ठा, प्रेम से पराकाष्ठा ओर नदी से समर्पण की बूंद उठायी होगी , तभी विधाता ने स्त्री बनाई होगी। अंतरराष्ट्रीयमहिलादिवस की शुभकामनाएँ !! Happy International Women's Day