गोस्वामी तुलसीदास जी ने भी मानस के माध्यम से बताया है----- "करम प्रधान विश्व रचि राखा। जो जस करइ सो तस फल चाखा।।" जो जैसा कर्म करेगा उसको उन्हीं कर्मों के अनुसार फल भी भोगना पड़ेगा , यही संसार का विधान है।1 बेशक किसी के साथ कुछ अच्छा ना कर सके आप तो ना करें, लेकिन जिसके साथ करे कुछ अच्छा ही करने की सोचे,क्योकि धरती पर बने कानून से तो हजार बार बच सकते हैं, लेकिन बुरे कर्मों से कोई कोना आपको नहीं बचा सकता, Be positive be happy ©SUSHIKRI MURYAVANSH peace of mind #hills