नवरात्रि पर पूरे समाज ने बेटीयों को खुब खिलाया। लेकिन उनकी सुरक्षा का वादा कोई कर न पाया। लुटती अस्मत, जलते और मरते बेटीयों को देख ये समाज कुछ बोल न पाया। हमे तो इंसानो का ये उपकार समझ मे न आया। ~~शिवानन्द #नवमीं पर पुरा समाज #बेटीयों को खुब खिलाया। पर उनकी सुरक्षा का वादा कोई कर न पाया। लुटती अस्मत, जलते और मरते बेटीयों को देख ये समाज बोल न पाया। हमे तो इंसानो का ये उपकार समझ मे न आया। 🤔🙄