Maa मैं दुनिया को परखना चाहती हूँ....माँ थक चुकी हूँ....परवाह करते करते,, ...बेपरवाह होना चाहती हूँ.. माँ ऊब चुकी हूँ... हर रात सोते- सोते,, अब हर सांस सोना चाहती हूँ... माँ सिसकते हुए दिन बीते कई,, खुल-कर रोना चाहती हूँ.. माँ परवाह, सोना, सिसकना ख्वाब है अभी,, तेरी ममता में इसे पिरोना चाहती हूँ .. माँ इस दुनिया को अपनी नजरों से परखना चाहती हूँ .माँ तेरे गभ्र की दुनिया है सुरक्षित.. पर मै तेरी सुरक्षक बनना चाहती हूँ माँ.. मैं दुनिया को परखना चाहती हूँ.. माँ.. #womb #Mom #baby child