On the occasion of Janmashtami कान्हा तेरी बाँसुरी गढ़े प्रेम को गीत, सुध-बुध बिसराये मोरी ऐसो छेड़े है संगीत, तेरो ही रँग-ढँग याद है मैं भूली अपनो अतीत, आ,आजा मोरे साँवरे न तुझ बिन कोहू से प्रीत, मोहे सारे जन्म तू ही मिले कान्हा,ऐसो बन मेरो मीत...!! #janmashtami #radhakrishna #myfavt #heaRtbeAt