श्रध्दा सुमन समर्पित 💐💐💐 ©Naresh Chandra #kookiyakya रात के इस सघन अंधेरे में जूझता- सूर्य नहीं, जूझता रहा दीपक! कौन सी रश्मि कब हुई कम्पित, कौन आँधी वहाँ पहुँच पायी?