ख़ुद अपनी जात का सानी नहीं दिया मैंने! मैं फ़ानी था उसे फ़ानी नहीं दिया मैंने! वो चाहता था कि सीने से लगकर रोऊँ मगर पराये पेड़ को............पानी नहीं दिया मैंने! #umair mushtaq# ©Azeem Khan #umair mushtaq poetry# प्रियंका गुप्ता (गुड़िया) कवि राहुल पाल