दुनिया की रीत अब हम बदलेंगे मोहब्बत में अब नही जलेंगे चाहे कितनी मुश्किलें आयें हम इसी रहा पे चलेंगे ए-मोहब्बत हम तुझे झुकने नही देंगे, दुनिया का दस्तूर चाहे हो कितना पत्थर दिल हम फूल भी खिलाएंगे और मोती भी पिरोयेंगे काँटो को अब चुभने नही देंगे मोती को अब बिखरने नही देंगे ए-मोहब्बत हम तुझे झुकने नही देंगे पैगाम मोहब्बत का... दुनिया की रीत अब हम बदलेंगे मोहब्बत में अब नही जलेंगे चाहे कितनी मुश्किलें आयें हम इसी रहा पे चलेंगे ए-मोहब्बत हम तुझे झुकने नही देंगे, दुनिया का दस्तूर चाहे हो कितना पत्थर दिल