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जिस तरह चलती हुई मोटरसाइकिल का संतुलन दोनों पहियों

जिस तरह चलती हुई मोटरसाइकिल का संतुलन
दोनों पहियों पर निर्भर करता है।
उसी तरह इंसान की जिंदगी भी
सही समय पर लिए गए सही निर्णय पर
 अपनी धुरी पर
निरंतर अग्रसर होती रहती है।
जरा सी असावधानी से
संतुलन बिगड़ जाता है और 
जिंदगी की गाड़ी पटरी से उतर जाती है।

©Upasna Mishra
  #जिंदगीकासफर