सिंदूर, सदैव सच्चे प्रेम का प्रतीक सच्चाई जाननी है खंगाल लो अतीत। धारण उसके नाम का वही करता, जिसको ह्रदय ने स्वीकार किया। सीता के मुख से सुन सिंदूर की महिमा हनुमान ने समस्त देह पर अंगीकार किया। 🎀 Challenge-183 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। सिंदूर पर अपनी रचना लिखिए। 😊 🎀 विषय वाले शब्द आपकी रचना में होना अनिवार्य नहीं है। आप अपने अनुसार लिख सकते हैं। कोई शब्द सीमा नहीं है। 🎀 कृपया कोरा काग़ज़ समूह के नियम एवं निर्देश अवश्य पढ़ लें। बाक़ी सभी ने हमारी ही नकल की है। 😊