White मन के अंदर से रावणरूपी अहंकार निकाल कर, कुम्भकरणरूपी निद्रा त्याग कर, कर्म रूपी राम का अनुसरण करके, सफलतारूपी स्वाद को चखें। ।।आपका दिन शुभ हो ।। ©Jitendra Singh #जितेन्द्रसिंहविकल